साली और घरवाली
साली और घरवाली
साली का रिश्ता है प्यारा,
मन को बहुत लुभाने वाला।
हंसी मजाक को साली चाहिए,
बिन साली ससुराल है खाली।
घरवाली का रिश्ता न्यारा,
सारे जग से है प्यारा।
बातें अपनी सदा मनवाती,
हरदम देखो हुक्म चलाती।
ससुराल की रौनक है साली,
आगे पीछे घूमने वाली।
व्यंजन बहुत खिलाने वाली,
जीजू जीजू कहनेवाली।
दोनों मिलकर बातें बनाती,
एक दूजे की परछाई लगती।
काम करे ना एक दूजे बिन,
माखन मिश्री सी लगती।
घरवाली की लाओ लाओ
परेशान बड़ा है करती।
साली जी की जी हजूरी,
मन में मेरे बसती।
तुलना नहीं दोनों की देखो,
हर रिश्ता बड़ा जरूरी है।
साली तो साली ही होती।
बिन घरवाली साली ना होती।
होती नहीं जिनके साली,
उनकी बड़ी मजबूरी है।
बिन साली मजाक करे किससे,
साली बहुत जरूरी है।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
1.10.2022
Gunjan Kamal
05-Oct-2022 06:39 PM
शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻
Reply
Supriya Pathak
02-Oct-2022 10:56 PM
Bahut khoob 💐👍
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Sachin dev
02-Oct-2022 10:14 PM
Cover photo ka use kre 🙏
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